ये कूलनेस नहीं आसां

जन्मजात हिन्दी परिवेश और हिन्दी मीडियम से बेलोंग करनेवाले हम लौंडे चाहें "marvel स्टूडियोज" का सबटाइटल वाला चुरन कितना भी फांक ले, पर अँग्रेजी ज्ञान का कॉन्सटिपेशन शायद ही कभी ख़तम होगा हमारा!  इसीलिए जब भी कभी नया फोन खरीदते या फोन फॉरमेट हो जाता है तो फोन वापस हाथ में आते ही जीवन का एकसुत्री लक्ष्य होता है गूगल ट्रांसलेट इंस्टॉल करना!
ये बातें हम इसलिए बता रहे हैं क्यूँकि थोड़ी देर पहले बड़ी ही विकट परिस्थिति आ गई थी हमारे सामने। किसी ने हमारे सामने, हमारे ही स्टाइल में देवानगरी फॉन्ट में अंग्रेजी चेप दिया!

सेन्टेंस था - "विथ इम्फिसिस अॉफ एव्री सिलेबल"

साला इतने छोटे सेन्टेंस में भी हमें सिर्फ विथ, अॉफ, और एव्री का ही मतलब पता था, और बाकि दोनो का तो स्पेलिंग भी नहीं पता!
फिर हम गए गूगल ट्रांसलेट जी की शरण में, लेकिन वो ससुरा भी ग़लत स्पेलिंग के चलते मीनिंग नहीं बताया। बड़ी भयानक समस्या आ गई थी!
लेकिन हम भईया लोग बड़े क्रिएटिव होते हैं! हम तुरंत कीबोर्ड सेटिंग में ऑटो करेक्ट ऑन किए, और कोशिश किए "विथ इम्फिसिस अॉफ एव्री सिलेबल" लिखने का, आईडिया सही था,स्पेलिंग अपने से करेक्ट हो गया,  और फाइनली हमनें इसका मीनिंग पता कर लिया!

तो इस बकैती का मूल उद्देश्य कूल डूड्स और मोहतरमाओं को ये बताना है कि अँग्रेजी का इस्तेमाल सीमित करें, सोच समझकर करें, मातृभाषा के उपयोग को बढ़ावा दे! हम जैसे कम पढ़े लिखे लोगों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है!
#अॉकवर्ड_मोमेन्टस

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