एक अधूरी कविता

एक अधूरी प्रेम कहानी अधूरी क्यों होती है?

शायद लेखक और लिखना न चाहता हो,
या स्याही ख़तम हो गई,
या पन्ने,
समय भी तो ख़त्म हो जाता है कभी कभी,
एक अधूरी कहानी के अधुरे होने की,
कहानियाँ भी बहुत होती हैं!

किरदार बदल जाते हैं,
कभी व्यवहार बदल जाते हैं,
कहानियों में बहुत कुछ है,
जो हर बार बदल जाते हैं,
इन बदलते चीज़ों के बदल जाने की,
निशानियाँ भी बहुत होती हैं!

लेखक और किरदार ही दोषी क्यूँ,
एक ज़माना भी तो है,
कहानियों के अन्तिम पन्ने चुराने वाला,
प्रेम-पुस्तक को दीमक बन खाने वाला,
छद्म अभिमान के तडिताघात में झुलसी,
जवानियाँ भी बहुत होती हैं!

अनगिनत कारण हैं कि एक अधूरी प्रेम कहानी ,
अधूरी होती है!

Comments

Popular posts from this blog

यायावर

जिहाद और हिन्दू राष्ट्रवाद

Handful डॉक्टर-इंजीनियर-IAS